Skip to main content

Posts

Showing posts with the label kavita

याद आते हो सनम तुम रह-रहकर

याद आते हो सनम तुम रह-रहकर आशु देते हैं गवाही बह बह कर तंग आ चुके हैं तुमसे कह कर कर थक गए हैं अब जुदाई सह सह कर हाय जुदाई कैसी आई ,भूल गए सब शिकवा हम बाद तेरे जाने के जाना, रह न सके...