जब भी करना किसी से खुलकर मोहब्बत करना, दबी -दबी सी करोगे तो यार मत करना , यह इमारत तो दिखावे की नीव , पे ना हो सबसे पहले जाहिर हकीकत करना बस वहां से मोहब्बत खत्म हो गई समझो जहां से साथी शुरू कर दे शिकायत करना तू जरा सुन ले एक किताब इल्तिजा मेरी वह तुझे जब छुए तो पेश मेरा खत करना देखो हारे हुए आशिक की जिंदगी क्या है कि सुबह शाम किसी तरह गम गलत करना वक्त आए कभी तो जेल लेना तनहाई मगर जो करना तो अच्छे की ही सोबत करना Pankaj Jain Book "dil to dil hai"
SEE 4 PILLARS OF LIFE- HEALTH,LOVE,MONEY AND KNOWLEDGE 100%FITNESS FOR 24 HRS,HAPPINESS IN LIFE & HOME, STOCK MARKET,COMMODITY TRADING-GOLD,SILVER,NICKEL,COPPER,CRUDE,NG ,LEAD,ZINC REAL PRIMARY -SECONDARY EDUCATION SPOKEN ENGLISH,REAL ESTATE