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तुम जो भी करती हो अच्छा लगता है (आपके प्यार को ज़ाहिर करती दिल छू लेने वाली हिन्दी कविता a heart touching poetry to express your love

तुम जो भी करती हो अच्छा लगता  है (आपके प्यार को ज़ाहिर करती दिल छू लेने वाली  हिन्दी कविता  a heart touching poetry to express your love  तुम जो भी करती हो अच्छा लगता है प्यार है या कुछ और तुम्हें क्या लगता है  कुछ भी नहीं है मुझसे कहा हालातों ने  क्यों फिर भी कुछ तो है ऐसा लगता है  वह कुछ भी जो तेरे नाम से जोड़ता है  ना जाने क्यों मुझको अपना लगता है यकी नहीं होता है तो मत होने दो  मेरा गम औरों को किस्सा लगता है  दिल से जीने की कोशिश में जो भी है  वह दुनिया से रूठा रूठा लगता है  उस खोए मासूम की याद आ जाती है  जब छोटा सा बच्चा दाना लगता है Pankaj jain  www.speedearning.com  7066045880 

वो लड़की (ये चंद अल्फाज़ आपकी मोहब्बत मे नई जान डाल देने वाले है A perfect relationship

वो लड़की  (ये चंद अल्फाज़ आपकी मोहब्बत मे नई जान डाल देने वाले है  A perfect relationship वह मुझे मिली , मुझे उसका चेहरा अच्छा लगा ! लेकिन मैंने तो कई एक से एक चेहरे देखे हैं फिर उसी में इतनी कशिश क्यों है ? क्योंकि उसमें गुरुर नहीं है सादगी है.  उसने मुझसे बात की तो पता चला कि उसकी जिंदगी में प्यार आ चुका है.  फिर उसने बताया कि आगे कदम बढ़ाने से मेरे उन अपनों  को बहुत तकलीफ होती जो मुझे बहुत चाहते हैं मुझ पर भरोसा करते हैं इसीलिए मैं वहीं रुक गई  उसने कहा कि उससे तकलीफ तो बहुत हुई मगर सह  ली.  यह सब सुनकर मुझे एक बारी का हल्का सा धक्का लगा. फिर भी मुझे दो बातें छू गई.  पहली यह कि वह लड़की प्यार को समझती है और दूसरी यह कि औरों को तकलीफ से बचाने के लिए खुद तकलीफ उठा सकती है.  अपने बारे में सब सच बता कर उसने मुझे अनजाने में मजबूर कर दिया कि मैं अपनी सारी जिंदगी उसके आगे खोल कर रख दो रख दू .  इस तरह हमारे बीच भरोसा  पनपा.  मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं किसी लड़की के साथ सारी जिंदगी गुजारने की ख्वाहिश करूंगा. क्योंकि मुझे अपने आसपास अब तक ऐसी कोई लड़की नजर ही नह

जब भी करना किसी से खुलकर

जब भी करना किसी से खुलकर मोहब्बत करना, दबी -दबी सी करोगे तो यार मत करना , यह इमारत तो दिखावे की नीव , पे ना हो सबसे पहले जाहिर हकीकत करना बस वहां से मोहब्बत खत्म हो गई समझो जहां से साथी शुरू कर दे शिकायत करना तू जरा सुन ले एक किताब इल्तिजा मेरी वह तुझे जब छुए तो पेश मेरा खत करना देखो हारे हुए आशिक की जिंदगी क्या है कि सुबह शाम किसी तरह गम गलत करना वक्त आए कभी तो जेल लेना तनहाई मगर जो करना तो अच्छे की ही सोबत करना Pankaj Jain Book "dil to dil hai"